Monday, October 26, 2020

कल जैसा कुछ नहीं होता है

◆◆कल जैसा कुछ नहीं होता है◆◆


क्यों करते हो कल कल हर पल

कल जैसा कुछ नहीं होता है

जो करता रहता है बस कल कल

वो हर हाल में एक दिन रोता है

जो करना है वो आज करो

कल जैसा कुछ नहीं होता है।


सब कुछ यहाँ रुक सकता है

पर रुक ना पाता समय कभी

जो समझ गया कीमत इसकी

उसने रुकना फिर सीखा न कभी

तो समझ लो इसकी कीमत को

सब कुछ है तुम्हारा आज अभी

कल जैसा कुछ नहीं होता है।


सब कल की दुनिया में ही जीते हैं

यहाँ आज को जीता है कोई कोई

जो जी लेता है आज यहाँ

उसे कल की जरूरत है ही नहीं

ये साँसों की कच्ची डोरी है

कब जाए चटक क्या जाने कोई

कर लो पूरे अरमान सभी बस आज अभी

कल जैसा कुछ नहीं होता है।

★★★

प्राची मिश्रा


No comments:

Post a Comment

हाँ!मैं औरत हूँ

◆◆हाँ! मैं औरत हूँ◆◆ नए ज़माने के साथ मैं भी क़दम से क़दम मिला रही हूँ घर के साथ साथ बाहर भी ख़ुद को कर साबित दिखा रही हूँ हर क...